आजमगढ़: पौराणिक महत्व के स्थल चंद्रमा ऋषि के आश्रम व तमसा नदी के तट पर 11 हजार दीपक को जलाकर मनाया गया दीपोत्सव
आजमगढ़ शहर के समीप तमसा नदी के तट पर स्थित चंद्रमा ऋषि के आश्रम पर और तमसा नदी के तट पर शनिवार की शाम को 11 हजार दीपक को जलाकर दीपोत्सव मनाया गया। इस दौरान नदी के तट के साथ ही पूरा आश्रम परिसर दीपक की लौ के बीच जगमग हो उठा। इस दौरान भारी संख्या में लोगों की भीड़ उमड़ी रही।
इस दौरान प्रमुख रूप से मौजूद भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश कार्य समिति के सदस्य जयनाथ सिंह ने कहा कि चंद्रमा ऋषि का आश्रम आजमगढ़ के निवासियों के साथ ही सभी के लिए आस्था का केंद्र है। वाल्मीकि रामायण में भी इस स्थल का जिक्र है। भगवान राम जब वन के लिए जा रहे थे तो चंद्रमा ऋषि के इस आश्रम पर भी विश्राम किए थे। इससे पूर्व चंद्रमा ऋषि ने यहां पर तप भी किया था। इसलिए चंद्रमा ऋषि के आश्रम होने के साथ ही भगवान राम से जुड़े इस स्थल का पौराणिक महत्व है और लोगों की यह आस्था का केंद्र है। जिस प्रकार से अयोध्या में लाखों दीपक जलाए जा रहे हैं उसी प्रकार से आजमगढ़ में यहां चंद्रमा ऋषि के आश्रम पर भी दीपोत्सव मनाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि चंद्रमा ऋषि के आश्रम को पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने के लिए प्रदेश की सरकार ने कई कदम उठाए हैं और करोड़ों रुपए यहां पर खर्च भी किए हैं। शासन प्रशासन लगातार इस स्थल का ध्यान दे रहा है।
Back to top button