शाहजहांपुर से हैरान करने वाला मामला सामने आया है। एक नाबालिग एंबुलेंस से लड्डू गोपाल की मूर्ति को लेकर खुटार सीएचसी पहुंचा। यहां वह डॉक्टरों से बोला कि मेरे लड्डू गोपाल को चोट लग गई है। इलाज कर दो। इस पर डॉक्टर ने उसे समझाने का प्रयास किया, लेकिन वो रो रहा।
शाहजहांपुर के गांव सुजानपुर के एक युवक ने एंबुलेंस को फोन कर लड्डू गोपाल को चोट लगने की सूचना दी। एंबुलेंस चालक ने मौके पर पहुंच कर युवक और लड्डू गोपाल को अस्पताल पहुंचाया। जहां युवक रो-रोकर लड्डू गोपाल की मूर्ति का इलाज करने की गुहार कर रहा है।
डॉक्टर समझाने में लगे हुए थे, लेकिन युवक लगातार इलाज की मांग कर रहा है। गांव सुजानपुर का रहने वाले 16 वर्षीय रिंकू ने मंगलवार शाम को 06.40 पर 108 एंबुलेंस को फोन करके गोपाल के चोट लगने की सूचना दी। इसके बाद चालक रामेंद्र कुमार और ईएमटी कीरत यादव एंबुलेंस लेकर नौ किमी दूर गांव सुजानपुर पहुंचे।
यहां रिंकू लड्डू गोपाल की मूर्ति लेकर एंबुलेंस में बैठ गया और 07.25 बजे खुटार सीएचसी पहुंच गया। अस्पताल में युवक ने डॉक्टर अंकित वर्मा को मूर्ति दिखाकर रोते हुए बताया कि इनका नाम गोपाल पुत्र वासुदेव है। इनकी उम्र पांच वर्ष है।
शाम को वह इन्हें स्नान करा रहा था, इस दौरान उनके हाथ से गिर गए और इन्हें चोट लग गई है। डॉक्टर ने लड्डू गोपाल के ठीक होने और घर ले जाने की बात कही, लेकिन रिंकू ने डॉक्टर की बात नहीं मानी और जोर-जोर से रोने लगा।
युवक को रोता देख आसपास के लोगों की भीड़ लग गई। डेढ़ घंटा बीतने के बाद भी डॉक्टर युवक को समझाने का प्रयास कर रहे थे, लेकिन युवक रो-रोकर इलाज की गुहार कर रहा था।
उधर रिंकू के परिवार के सभी लोग वृंदावन गए हुए हैं और मंगलवार को वापस घर आ रहे हैं। उन्हें मामले की सूचना दी गई है। रात नौ बजे तक युवक लड्डू गोपाल की मूर्ति गोद मे रखकर रो रहा था और लोग उसे समझा रहे थे।
Back to top button