आजमगढ़ में अपने ही परिवार वालों ने युवक को बेड़ियों में जकड़ कर रखा था। इसकी सूचना एसडीएम को मिली तो आनन-फानन घर पहुंचकर उसे आजाद कराया। जिसके बाद युवक खुशी से झूम उठा। पिता ने बताया मानसिक रूप से बीमार होने के कारण बेटे को बेड़ियों में जकड़ने को मजबूर था।
आजमगढ़ जिले में एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है। मिर्जापुर विकास खंड के मुड़ियार गांव के एक व्यक्ति को उसके ही परिवार के लोगों द्वारा जंजीरों से बांधकर घर में रखा गया था। इसकी जानकारी होने पर एसडीएम निजामाबाद मौके पर पहुंचे और उक्त युवक को जंजीरों से आजाद कराया।
यह है पूरा मामला
शनिवार को एसडीएम निजामाबाद संत रंजन क्षेत्र भ्रमण पर निकले थे। तभी किसी ने सूचना दी कि मुड़ियार गांव के एक व्यक्ति को उसके ही परिवार के लोगों ने ही जंजीरों में जकड़ कर रखा है। इस सूचना पर एसडीएम उक्त व्यक्ति के घर धमक पड़े। जहां उन्होंने आलम नामक व्यक्ति को जंजीरों में जकड़ा हुआ पाया।
मौके पर मौजूद उसके पिता बदरुद्दीन ने बताया कि वह मानसिक रूप से बीमार है, जिसके कारण उसे जंजीरों में बांधकर रखना पड़ रहा है। एसडीएम ने तुरंत उसके हाथ में लगी बेड़ियों को खुलवाया। बेड़ियों के खुलने के बाद आलम की खुशी का ठिकाना नहीं रहा।
एसडीएम ने जिला विकलांग कल्याण अधिकारी को फोन कर कहा कि आलम को पेंशन दिलाएं और उसके इलाज पर आने वाले खर्च की व्यवस्था करें।
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