लखनऊ के होटल में दंपती ने खुदकुशी कर ली। मौके से सुसाइड नोट बरामद हुआ है। प्रयागराज निवासी दंपती सात साल से लखनऊ में रह रहे थे। दंपती नाका स्थित होटल राजवीर में ठहरे थे।
जिंदा रहकर अपने बच्चों की अच्छी परवरिश नहीं कर सका…उम्मीद है कि कोई अपना मेरे बच्चों की बेहतर देखभाल करेगा…हम-दोनों अपनी मर्जी से खुदकुशी कर रहे हैं…ये लिखकर प्रयागराज के रहने वाले दंपती ने नाका के होटल राजवीर में फंदा लगाकर खुदकुशी कर ली। पुलिस ने उनके परिजनों को सूचना दी है।
प्रयागराज के करेली निवासी महमूद आलम (44) सात साल से राजाजीपुरम में किराये के मकान में बच्चों के साथ रह रहे थे। शुक्रवार रात होटल राजवीर के कमरा नंबर-302 में पत्नी जेबा अंसारी (39) के साथ फंदा लगाकर जान दे दी। होटल के कर्मचारियों के काफी प्रयास पर भी जब कमरे का दरवाजा नहीं खुला तब शनिवार दोपहर करीब दो बजे पुलिस को सूचना दी गई।
दरवाजा तोड़कर जब पुलिस भीतर घुसी तो देखा कि दोनों के शव फंदे पर लटक रहे थे। बरामद सुसाइड नोट पर परिजनों के मोबाइल नंबर लिखे थे। एडीसीपी सेंट्रल मनीषा सिंह ने बताया कि लिखे गए नंबर पर संपर्क कर मृतक के परिजनों को घटना की जानकारी दी। रविवार को पोस्टमार्टम कराया जाएगा।
ठीक नहीं चल रहा था कंप्यूटर हार्डवेयर का काम
महमूद आलम कंप्यूटर हार्डवेयर का काम करते थे। परिजनों ने बताया कि काफी समय से काम ठीक नहीं चल रहा था। इसलिए वह परेशान थे। सुसाइड नोट से भी साफ है कि आर्थिक तंगी से परेशान थे। उनके साले साजिद ने बताया कि महमूद के दो बेटे और एक बेटी है। वह तीनों बच्चों की परवरिश करेंगे।
एक दिन पहले बुक कराया था कमरा
पुलिस ने जब होटल प्रशासन से मामले की जानकारी ली तो सामने आया कि महमूद आलम ने शुक्रवार शाम 4:22 बजे होटल का कमरा बुक कराया था। शनिवार दोपहर चेक आउट करना था।
पार्टी में जाने की बात कहकर निकले थे घर से
बच्चाें ने परिजनों को बताया कि शुक्रवार को माता-पिता ने उनसे कहा था कि वह एक परिचित के घर जा रहे हैं। वहां पर पार्टी है। वहीं रुक जाएंगे। कल यानी शनिवार को आएंगे। लेकिन, इसी दौरान दोनों खुदकुशी कर ली।
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