आजमगढ़। सपा मुखिया अखिलेश यादव द्वारा साधु संतों मठाधीशों की तुलना अपराधियों से करने के बयान पर शहर कोतवावी में मुकदमा दर्ज न होने से नाराज भाजपा जिला उपाध्यक्ष हरिबंश मिश्रा ने शुक्रवार को कलेक्ट्रेट पर धरना दिया। इस दौरान कोतवाल और भाजपा नेता के बीच तू-तू मैं-मैं भी हुई। भाजपा नेता ने कोतवाल को निलंबित करने की मांग की।
अखिलेश यादव की टिप्पणी से नाराज भाजपा जिला उपाध्यक्ष हरिबंश मिश्र ने नगर कोतवाली में उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज करने की तहरीर दी थी। लेकिन मुकदमा दर्ज नहीं हुआ। शुक्रवार को भाजपा का प्रतिनिधि मंडल डीएम कार्यालय पर मुख्यमंत्री एवं पुलिस अधीक्षक के नाम से ज्ञापन देने पहुंचा। घंटों इंतजार करने के बाद भी कोई अधिकारी ज्ञापन लेने नहीं पहुंचा। इससे नाराज भाजपा नेताओं ने डीएम कार्यालय पर सांकेतिक धरने पर बैठ गए। हरबंश मिश्रा ने कहा मुकदमे को लेकर जब भी कोतवाल से बात हुई वह टालमटोल करते रहे। आज डीएम कार्यालय पर बैठे होने की सूचना पर शहर कोतवाल आए और धमकी की। हरबंश मिश्रा ने कहा कि आज सपा कार्यकर्ताओं को दो पहिया गाड़ियों का जुलूस पूरे शहर में हुडदंग मचाते चिल्लाते हुए निकला है। कई जगहों पर जाम भी लगा जबकि उन्होंने भी परमिशन नहीं ली थी। आरोप लगाया कि शहर कोतवाल अखिलेश यादव के प्रतिनिधि के रूप में काम कर रहे हैं। भाजपा जिला महामंत्री पिछड़ा वर्ग मोर्चा मिथिलेश चौरसिया ने कहा यदि सपा मुखिया के खिलाफ शहर कोतवाल में एफआईआर दर्ज नहीं होती है तो मजबूरन हमें न्यायपालिका का सहारा लेना पड़ेगा। इस मौके पर संजीव सिंह बच्चा, रामनिवास सिंह, चंदन तिवारी, सूरज सिंह, शिवकुमार मौर्य, सतीश चौहान, जगतपाल सिंह, ओंकार पांडेय, मिथिलेश चौरसिया, रविंद्र सिंह आदि उपस्थित थे।
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