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आजमगढ़: कांग्रेस कार्यालय पर मनाई गयी महात्मा गाँधी व लाल बहादुर शास्त्री की जयंती 

महापुरुषों के छायाचित्र पर फूल अर्पित कर श्रद्धांजलि दी

आज़मगढ़! शहर कांग्रेस कमेटी आजमगढ़ कार्यालय पर आज़ादी के नायक राष्ट्रपिता महात्मा गांधी जी और पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री जी और पुर्व सांसद संविधान सभा के सदस्य मसूरियादिन पासी जी की जयंती मोहम्मद नजम शमीम की अध्यक्षता में मनाई गई सभी पदाधिकारी और कार्यकर्ताओं ने सर्वप्रथम झंडा रोहण किया और सभी महापुरुषों के छायाचित्र पर फूल अर्पित कर श्रद्धांजलि दी गांधी जी 1869 में पैदा हुए 78 साल 10 महीने जिस देश मे रहे उसे ब्रिटिश इंडिया कहते थे लेकिन ये तो उनकी धरती थी इसका ब्रिटिश कहलाना उनको नापसन्द था तो उतने बरस सारी उम्र उसी के लिए लड़े। उनकी हाड़ की हवा 35 करोड़ लोगों की भरी चाहा कि वे खड़े हों महसूस करें पराधीनता को लड़े आज़ादी को और खुद मुख़्तार बनें गांधी जी जिनके खिलाफ़ थे वो विदेशी थे गोरे थे विधर्मी थे। इनसे इतने संतप्त थे कि वे पूछते थे गांधी अब तक मरा क्यो नही?फिर भी उन्होंने उनको खुद न मारा वो जिये उस दिन के लिए जब यूनियन जैक उतरे तिरंगा आये। तुम और मैं हम सब खुली हवा में सांस ले आज़ाद कहलाये इंडिया और वो दिन जब आया उनके दिन ख़त्म हो गए। विदेशियों ने, मुझे 78 साल बर्दाश्त किया। तुम एक साल न बर्दाश्त कर सके छह माह भी नही बस 5 माह में हिंदुस्तान ने मोहनदास को मारकर फेंक दिया और फिर उन्होने हर दिन मारा फिर उनकी सोच,आदर्श,उनके सपनों पर हंसे,उन्हें बदरंग किया। बेकार कहा कमज़ोरी का नाम दिया हर फ़लसफ़ा नकार दिया। नजम ने राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी और पूर्व प्रधानमंत्री लालबहादुर शास्त्री को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुवे कहा की गांधी जी का मज़ाक बनाने वालों तुम मज़ाक बन गए हो तुम्हे गांधी नही चाहिए था तो गांधी को मिटाने के बाद भी उनके सिद्धांतों को नहीं मिटा पाए वो आज भी भारत के दिलों में बस्ते है और बस्ते रहेंगे भारत हमेशा गांधी जी के आदर्शों पर ही चलेगा मज़बूत रहेगा शास्त्री जी भी कहा भारत की मज़बूती हमारी एकता और अखंडता में है पुर्व विधानसभा प्रत्याशी विपिन पाठक ने महापुरुषों को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि आज विश्व में पॉवर के लिए जिस तरह इंसानियत का कत्लेआम मचा हुआ है आज विश्व को जरूरत है गांधी जी के सिद्धांतों और आदर्शों को पढ़े और विश्व मे शांति स्थापित हो, उपाध्यक्ष शाहिद खान ने कहा सादगी ईमानदारी और कर्तव्यपरायणता के पर्याय थे उन्होंने आज़ादी में अहम भूमिका निभायी हमें आजादी दिलाने के लिए उन्होंने पढ़ाई छोड़ दी और सिर्फ़ 17 साल की उम्र में जेल की सलाखों के पीछे अपने दिन गुजारे! सचिव रेयाजुल हसन ने कहा की आज 2 अक्टूबर का दिन भारतवासियों के लिए बेहद अहम है आज के दिन भारत के दो महान सपूतों का जन्म हुआ जिन्हों ने अपने कर्मों से देश को आजाद कराया और हमे खुली हवा मे जीने का मौका दिया हम इनके हमेशा एहसानमंद रहेंगे और उनके आदर्शों को आत्मसात करते रहेंगे! ख़ास तौर से मसूरियादिन पासी जी से उनके सामाज को प्रेरणा लेना चाहिए जो अपने संघर्षों की बदौलत देश का नेतृत्व किया कांग्रेस के सदस्य 4 बार सांसद रहे और संविधान सभा के सदस्य रहे और देश को एक नयी दिशा दी! 

कार्यक्रम में मोहम्मद नजम शमीम, शाहिद ख़ान, विपिन पाठक, गोविंद शर्मा, मिर्ज़ा बरकतुल्लाह बेग, रियाजुल हसन, मुशीर अहमद , बालचंद राम,समीर अहमद, उमेशचंद गौतम, मोहम्मद अफ़जल ओबैद खान, अब्राहम, नसर, परवेज़ अहमद, संजीव कुमार, अजय गौतम, अतुल कुमार, रवी यादव, अखिलेश कुमार, विजय प्रकाश, आनंद शुक्ला, बृजेश गुप्ता, अनिल गुप्ता, राजीव यादव, नीसार अहमद, शिबू, सुहेल अंसारी आदि लोग मौजूद रहे!

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