Uncategorized

विजिलेंस ने CNDS के दो पूर्व इंजीनियरों की संपत्ति पर मारा छापा

लॉकर देख अधिकारियों के उड़े होश

सतर्कता अधिष्ठान ने जल निगम की कार्यदायी संस्था सीएंडडीएस के दो पूर्व अभियंताओं के घर छापा मारा और उनके अघोषित बैंक लाकरों से 42 लाख रुपये के जेवर और सोने के बिस्किट बरामद किए। विजिलेंस जल्द ही दोनों पूर्व अभियंताओं से इन संपत्तियों के बारे में पूछताछ करेगा। अब विजिलेंस की जांच के बाद बड़े पैमाने पर पकड़ी गई आय से अधिक संपत्ति की जांच आयकर विभाग भी करेगा।

सतर्कता अधिष्ठान (विजिलेंस) की छानबीन में जल निगम की कार्यदायी संस्था सीएंडडीएस (कंस्ट्रक्शन एंड डिजाइन सर्विसेज) के दो पूर्व अभियंताओं सत्यवीर सिंह चौहान व राघवेन्द्र कुमार गुप्ता के अघोषित तीन बैंक लाकरों से 42 लाख रुपये के जेवर व सोने के बिस्किट बरामद हुए हैं।

विजिलेंस दोनों पूर्व अभियंताओं से जल्द इन संपत्तियों को लेकर नए सिरे से पूछताछ करेगा। विजिलेंस ने आय से अधिक संपत्ति के मामले की खुली जांच में दोषी पाए गए सीएंडडीएस के पूर्व अधीक्षण अभियंता सत्यवीर सिंह चौहान व अजय रस्तोगी, सहायक अभियंता/परियोजना प्रबंधक राघवेन्द्र कुमार गुप्ता, कमल कुमार खरबंदा व कृष्ण कुमार पटेल के विरुद्ध बीते दिनों भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज किया था।

सतर्कता अधिष्ठान (विजिलेंस) की छानबीन में जल निगम की कार्यदायी संस्था सीएंडडीएस (कंस्ट्रक्शन एंड डिजाइन सर्विसेज) के दो पूर्व अभियंताओं सत्यवीर सिंह चौहान व राघवेन्द्र कुमार गुप्ता के अघोषित तीन बैंक लाकरों से 42 लाख रुपये के जेवर व सोने के बिस्किट बरामद हुए हैं।

विजिलेंस दोनों पूर्व अभियंताओं से जल्द इन संपत्तियों को लेकर नए सिरे से पूछताछ करेगा। विजिलेंस ने आय से अधिक संपत्ति के मामले की खुली जांच में दोषी पाए गए सीएंडडीएस के पूर्व अधीक्षण अभियंता सत्यवीर सिंह चौहान व अजय रस्तोगी, सहायक अभियंता/परियोजना प्रबंधक राघवेन्द्र कुमार गुप्ता, कमल कुमार खरबंदा व कृष्ण कुमार पटेल के विरुद्ध बीते दिनों भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज किया था।

विजिलेंस ने एक अक्टूबर को पांचों पूर्व अभियंताओं के लखनऊ स्थित आवासों में छापा मारा था।। छापेमारी के दौरान पूर्व अभियंताओं की लखनऊ के अलावा दिल्ली व नोएडा स्थित करोड़ों रुपये की संपत्तियों के दस्तावेज मिले थे। छापेमारी में सत्यवीर सिंह के दो अघोषित बैंक लाकरों व राघवेन्द्र कुमार के एक अघोषित बैंक लाकर की जानकारी भी हाथ लगी थी।

विजिलेंस ने की लॉकर की तलाशी

विजिलेंस ने कोर्ट से सर्च वारंट हासिल कर सोमवार को स्टेट बैंक आफ इंडिया, केनरा बैंक व इंडियन बैंक स्थित तीनों लाकरों की तलाशी ली। लाकर में मिले जेवर व अन्य मूल्यवान वस्तुओं का मूल्यांकन कराया गया।

विजिलेंस के अधिकारियों का कहना है कि 42 लाख रुपये के जेवर व सोने के बिस्किट मिले हैं। दोनों पूर्व अभियंताओं से इन संपत्तियों के बारे में पूछताछ होगी। आरोपित पूर्व सहायक अभियंता कृष्ण कुमार पटेल अपना दल के राष्ट्रीय सचिव हैं। सेवानिवृत्त होने के बाद वह अपना दल में शामिल हो गए थे।

विजिलेंस ने छापेमारी के दौरान लखनऊ के मोहनलालगंज क्षेत्र में संचालित कृष्ण कुमार के एक स्कूल के दस्तावेज भी बरामद किए थे। विजिलेंस पूर्व अभियंताओं के घरों से बरामद दस्तावेजों के माध्यम से उनकी अघोषित संपत्तियों का मूल्यांकन भी करा रहा है।

आयकर विभाग भी कसेगा सीएंडडीएस पर शिकंजा

आय से अधिक संपत्ति के मामले में फंसे सीएंडडीएस के पूर्व अभियंताओं पर आयकर विभाग भी शिकंजा कसने की तैयारी कर रहा है। आयकर विभाग ने जांच कर रहे सतर्कता अधिष्ठान (विजिलेंस) से अभियंताओं की संपत्तियों का ब्यौरा मांगा है।

सीएंडडीएस के अभियंताओं के खिलाफ वर्ष 2020 में शिकायत करने वाले शिकायतकर्ता ने आयकर विभाग को भी संपर्क किया था। अब विजिलेंस की जांच के बाद बड़े पैमाने पर पकड़ी गई आय से अधिक संपत्ति की जांच आयकर विभाग भी करेगा।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button