बैठक को संबोधित करते हुए प्रदेश अध्यक्ष अजय राय ने कहा कि लोकतंत्र और संविधान बचाने के लिए सभी वर्गों के साथ अल्पसंख्यक समुदाय ने भी 2024 में कांग्रेस की सरकार बनवाने का संकल्प कर लिया है।
कांग्रेस अल्पसंख्यक विभाग की शनिवार को प्रदेश मुख्यालय पर हुई बैठक में लोकसभा चुनाव की तैयारी के मद्देनजर रणनीति तैयार की गई। पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने कहा कि अल्पसंख्यक कांग्रेस का परंपरागत वोटबैंक रहा है। कुछ वक्त के लिए वह पार्टी से दूर चला गया था, लेकिन बदली सियासी परिस्थितियों में संविधान बचाने के लिए वह घर वापसी कर रहा है। इससे कांग्रेस के लिए सत्ता का द्वार खुलेगा। इस दौरान तय किया गया कि दिसंबर के अंत तक पूरे प्रदेश में बूथ कमेटियां बना ली जाएंगी। हर मुस्लिम बहुल बूथ पर 11 लोग तैनात होंगे।
बैठक को संबोधित करते हुए प्रदेश अध्यक्ष अजय राय ने कहा कि लोकतंत्र और संविधान बचाने के लिए सभी वर्गों के साथ अल्पसंख्यक समुदाय ने भी 2024 में कांग्रेस की सरकार बनवाने का संकल्प कर लिया है। इसी कांग्रेस के लिए सत्ता का मार्ग बनेगा। प्रदेश अध्यक्ष ने ऐलान किया कि पार्टी हर सीट पर पुख्ता तैयारी करेगी। दमदारी से लोकसभा का चुनाव लड़ेगी। जहां तक गठबंधन की बात है तो यह शीर्ष नेतृत्व को तय करना है। हम सभी 80 सीटों में लड़ने को तैयार हैं। अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के राष्ट्रीय सचिव तौकीर आलम ने कहा कि मुस्लिम समुदाय इस लोकसभा चुनाव में एकतरफा कांग्रेस की तरफ आ रहा है। क्योंकि बाकी सभी दलों ने उससे सिर्फ वोट लिया।
संगठन सचिव अनिल यादव ने बूथ प्रबंधन पर प्रशिक्षण दिया। उन्होंने विस्तार से सेक्टर और बूथ प्रबंधन और बूथ मैपिंग की बारीकियां समझाई। अल्पसंख्यक विभाग के प्रदेश अध्यक्ष शाहनवाज आलम ने सभी जिला एवं ब्लॉक अध्यक्षों को दिसंबर तक बूथ कमेटियां तैयार करने के लिए निर्देशित किया। इस दौरान राष्ट्रीय समन्वयक मो. शमीम खान ने कहा कि कांग्रेस ही हर वर्ग के हितों की रक्षा कर सकती है। बैठक में सभी जिलों के जिलाध्यक्ष, शहर अध्यक्ष व अन्य पदाधिकारी मौजूद रहे।
इस तरह चलेगा अल्पसंख्यक विभाग का कार्यक्रम
अल्पसंख्यक विभाग के प्रदेश अध्यक्ष शाहनवाज़ आलम ने बताया कि 6 से 11 नवंबर तक ”चाय के साथ कांग्रेस की बात” अभियान चलेगा। इसमें हर रोज हर ज़िले में 10 चाय की दुकानों पर कांग्रेस को वोट देने के लिए लोगों के बीच चर्चा की जाएगी। इसी तरह 22 से 26 नवम्बर तक चाय की दुकानों पर संविधान पर हुए हमलों को लेकर जन जागरूकता अभियान चलाया जाएगा और 26 नवंबर को हर ज़िले के 10 मदरसों में संविधान की प्रस्तावना को बचाने का संकल्प दिलवाया जाएगा। इसी तरह 11 नवंबर को मौलाना आज़ाद जयंती पर हर ज़िले में 25 मदरसा शिक्षकों को मौलाना आज़ाद प्रशस्तिपत्र उनके घर जाकर देंगे। 19 नवंबर को इंदिरा गांधी जयंती पर हर ज़िले में 25 महिलाओं को प्रशस्तिपत्र देकर सम्मानित करेंगे।
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