शहर का वायु गुणवत्ता सूचकांक 350 के पार चल रहा है। सुबह व शाम में शहर स्मॉग से ढका रहता है। बच्चों को सांस लेने में तकलीफ हो रही है। ऐसे में छात्रोें ने सोशल मीडिया पर स्कूल की छुट्टी को लेकर डीएम से गुहार लगाई है।
कई दिनों से दिल्ली एनसीआर में प्रदूषण का स्तर बहुत अधिक है। प्रदूषण के खतरनाक स्तर को देखते हुए, दिल्ली, नोएडा और गाजियाबाद में स्कूलों में अवकाश की घोषण कर दी गई है। मेरठ शहर में भी प्रदूषण का स्तर गया है, जिससे बच्चों को सांस लेने में तकलीफ हो रही है। छात्रोें ने सोशल मीडिया पर स्कूल की छुट्टी को लेकर वीडियो पोस्ट किए हैं। जिसमें डीएम से आग्रह किया गया है कि वायु प्रदूषण का स्तर कम होने तक स्कूलों में अवकाश की घोषणा की जाए।
बच्चों को मॉस्क लगाकर स्कूल भेजने की अपील
बढ़ते प्रदूषण को लेकर स्कूल भी सतर्क हो गए हैं। कई स्कूलों ने अभिवावकों को एसएमएस भेजकर बच्चों को मॉस्क से साथ स्कूल भेजने को कहा है। दीवान स्कूल में बच्चों को मॉस्क के इस्तेमाल के लिए कहा गया है।
30 से नीचे आया दिन का तापमान, रात का पारा भी गिरा
नवंबर के दूसरे सप्ताह में ठंड का प्रकोप बढ़ने के आसार दिख रहे है। मंगलवार को दिन व रात के तापमान में गिरावट दर्ज की गई, जिस कारण शहरवासियों को दोपहर में भी ठंड का अहसास हुआ। धूप का असर फीका रहा।
दिन का तापमान लुढ़कर 30 डिग्री से नीचे पहुंचकर 28.3 डिग्री सेल्सियस व न्यूनतम तापमान 12.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। अभी तापमान में ओर गिरावट के आसार बने हुए है, जिससे ठंड का प्रकोप ओर बढ़ेगा।
सरदार वल्लभ भाई पटेल कृषि विवि के मौसम वैज्ञानिक डॉ. यूपी शाही ने बताया कि अभी प्रदूषण का स्तर बढ़ेगा। राहत के फिलहाल कोई आसार नहीं है। मंगलवार को मेरठ में प्रदूषण 358, बागपत में 295, मुजफ्फरनगर में 223, गाजियाबाद में 347 एयर क्वालिटी इंडेक्स दर्ज किया गया। जबकि, मेरठ के जयभीमनगर में सबसे अधिक 376, पल्लवपुरम में 375 और गंगानगर में 323 एयर क्वालिटी इंडेक्स दर्ज किया गया।
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