आजमगढ़: पुरानी पेंशन विसंगति समाधान संघर्ष गोर्धा उ०प्र० के आवाहन पर आज प्रदेश कसे वागी 75 जिलो में एक साथ माननीय मुख्यामंत्री उ०प्र० को श्रीमान जिलाधिकारी महोदय के माध्यम से ज्ञापन देकर केन्द्र सरकार द्वारा जारी 3 मार्च 2023 के कार्यालय ज्ञाप के क्रम में उ०प्र० में भी आदेश जारी करने का अनुरोध किया जा रहा है।
केन्द्र सरकार द्वारा 01.01.2004 को पुरानी पेंशन योजना बन्द करू राष्टिय पेंशन योजना (एन०पी०एस०) लागू की गयी थी। जिसके क्रम में उ0प्र0 सरकार ने भी एक 01.04. 2005 से पुरानी पेंशन योजना बन्दी कर एन०पी०एस० लागू कर दिया। केन्द्र सरकार ने मूल सुधार करते हुये 03.03.2023 को नेमोरण्ड जारी कर कहा कि जो भी विज्ञापन कट ऑक डेट 23.12.2003 के पूर्व का है और उस विज्ञापन के आधार पर चयनित कर्मचारी 01.04.2004 के बाद भी नियुक्ति पाये है। वो पुरानी पेंशन योजना 1972 के हकदार है और उन्हे पुरानी पेंशन योजना से अच्छादित किया जाता है। इसी क्रम में उ०प्र० में भी शिक्षक कर्मचारी माननीय मुख्यमंत्री उ०प्र० से मॉग करते है कि उ0प्र0 में 01.04.2005 ये पूर्व विज्ञापन दिनांक 22.01.2004 के क्रम में विशिष्ट वी०टी०सी० 2004 चयन प्रक्रिया द्वारा चयनित शिक्षको को भी पुरानी पेंशन योजना का लाभ मिलना चाहिए। बताते चले कि प्रदेश में 46189 शिक्षको का चयन विशिष्ट वी०टी०सी० 2004 के तहत हुआ था, जिसमें 1200 शिक्षक आजमगढ़ में चयनित थे और अपने चयन से लेकर मानदेय, पदोन्नत संघर्ष से हासिल किये और पुरानी पेंशन के लिए संघर्षरत है।
प्रदेश संयोजक मनोज कुमार राय ने कहा कि 17 साल के संघर्ष के बाद केन्द्र सरकार ने भूल सुधार किया और इसी क्रम में उत्तराखण्ड, हरियाणा, दिल्ली और गुजरात सरकार ने मेमोरण्डम जारी कर अपने प्रदेश में ऐसे शिक्षक कर्मचारीयों को पुरानी पेंशन योजना से अच्छादित कह दिया जबकि उ०प्र० सरकार लगातार वार्ता के बाद सूचना संकलन तो कर रही है। लेकिन विशिष्ट वी०टी०सी० 2004 को छोड दिया गया है। जिला संयोजक पदमाकर सिंह ने आवाहन किया कि मेमोरण्डम जारी करवाना और उसने विशिष्ट पी०टी०सी० २. शिक्षको को सम्मलित करवाना ही मोर्चे का लक्ष्य है और लक्ष्य पूरा होने तक संघर्ष जारी रहेगा। उक्त अवसर पर सैकड़ो की संख्या में शिक्षक उपस्थित रहें जिसमें विद्यासागर, अरूण कुमार तिवारी अमरिश श्रीवास्तव, डा० राजेश सिंह, संजय त्रिपाठी, लालचन्द्र राम, उमेश सिंह पाण्डेय, रजित सिंह, सुखदेव राम, राकेश यादव, राजेश यादव, सुरेन्द्र यादव, डा० रमेश प्रजापति, स्भेश सागंज, मनोज कुमार राय, मनोज त्रिपाठी, रणविजय सिंह, समेत सैकड़ो शिक्षक सम्मलित हुए।
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