आजमगढ़ जिले में एक महिला ने अपनी बेटी की हत्या किए जाने का मुकदमा दर्ज कराया था। मां ने बेटी के ससुरारालियों पर दहेज के लिए हत्या का आरोप लगाया था। वहीं, एक साल बाद पुलिस ने बेटी को सही-सलामतत ढूंढ निकाला। अब उससे पूछताछ की जा रही है।
आजमगढ़ जिले में एक वर्ष पहले जिस युवती की दहेज के लिए हत्या कर शव गायब करने का आरोप लगाया गया था, पुलिस ने उसे सही-सलामत ढूंढ़ निकाला। पुलिस के डर से युवती गुजरात से मायके आई। इसके बाद मां उसे लेकर बिलरियागंज थाने पहुंची।
बिलरियागंज थाना क्षेत्र के नई बस्ती गांव निवासी रेहाना पत्नी शमसुद्दीन ने पुत्री आशिया की दहेज के लिए हत्या किए जाने का आरोप लगाया था। इस मामले में मुकदमा दर्ज कराने की न्यायालय से गुहार लगाई थी। आरोप था कि आशिया के पति शेरा उर्फ सलीम, ससुर जमील, सास परमरी, ननद रोमा दहेज में बाइक की मांग करते हैं। आरोप लगाया गया कि आशिया की 27 अक्तूबर 2022 को हत्या करके शव को गायब कर दिया गया।
न्यायालय के आदेश पर आशिया के ससुराल पक्ष के शेरा उर्फ सलीम, जमील, परमरी, ननद रोमा व ननद शेरा के खिलाफ 28 अगस्त 2023 को मुकदमा दर्ज किया गया। मामले की जांच क्षेत्राधिकारी सगड़ी कर रहे थे। सर्विलांस सेल के माध्यम से आशिया के गुजरात में होने की जानकारी मिली। पुलिस ने एक टीम गठित कर गुजरात भेजा। टीम जब गुजरात पहुंची तो आशिया को पुलिस द्वारा खोजबीन की जानकारी हो गई। आशिया वहां से भागकर अपने घर बिलरियागंज आ गई। 17 दिसंबर 2023 को आशिया की मां रेहाना पत्नी शमसुद्दीन अपनी पुत्री आशिया के साथ थाने पर पहुंच गई। उसने बताया कि उसकी पुत्री लगभग एक साल पहले कहीं चली गई थी। मुझे इसकी जानकारी नहीं थी। इसलिए उन्होंने न्यायालय में प्रार्थना पत्र देकर मुकदमा दर्ज करवाया था। अब वह शनिवार की शाम को घर आ गई तो वह उसको लेकर थाने आई।
सीओ सगड़ी महेंद्र शुक्ला ने बताया कि पहले ही आभास हो गया था कि ससुराल पक्ष को फंसाने के लिए मुकदमा दर्ज कराया जा रहा है। चूंकि कोर्ट का आदेश था इसलिए मुकदमा दर्ज कर लिया। जब इसकी गहनता से जांच की गई तो युवती के गुजरात में होने की जानकारी मिली। जब पुलिस वहां पहुंची तो यह खुद यहां आ गई। अभी इससे पूछताछ की जा रही है।
Back to top button