आज़मगढ़आजमगढ़उत्तर प्रदेशखेलटेक्नोलॉजीदेशमनोरंजनराजनीतिविदेशस्वास्थ

लुटेरी दुल्हनो के शिकार हुए दो भाई

 UP के हरदोई में दो भाईयों के साथ शादी के बाद कुछ ऐसा हो गया जिसकी पूरे परिवार ने भी कल्पना नहीं की थी। घर में खुशियां थीं। दो भाई मंदिर में शादी करके अपनी-अपनी दुल्हनों को घर लाए थे। दुल्हन का ससुराल में स्वागत-सत्कार किया गया। देर शाम खाना-पीना खाने के बाद दोनों दुल्हनें अपने-अपने पति के साथ कमरे में चली गईं। दोनों ने काफी देर तक अपने पतियों से बात की। इसके बाद क्या हुआ ये किसी को नहीं पता।दोनों भाइयों की जब सुबह आंख खुली तो कमरे का नजारा कुछ और ही था। दोनों दुल्हनें कमरे से गायब थीं। दोनों दुल्हनें घर से सारा माला साफ करके भाग चुकी थी। घर वालों के भी होश उड़ गए। इसके बाद लड़के वाले भागते हुए पुलिस के पास पहुंचे और पूरी बात बताई।
मामला टड़ियावां के ग्राम भड़ायल का है। यहां के रहने वाले शिवकन्या ने बताया कि उसके बेटे प्रदीप व कुलदीप अविवाहित थे। दोनों दिल्ली में निजी कंपनी में काम करते हैं। कुछ दिन पहले उनका सीतापुर के रहने वाले राजकुमार व रवि से संपर्क हुआ।दोनों ने बेटों की शादी कराने की बात कही थी। मंगलवार को दोनों ने सीतापुर रोडवेज बस अड्डे पर बुलाया, जहां पर बेटों के साथ दोनों युवतियों को दिखाकर 80 हजार रुपये लिए। बुधवार की शाम दोनों युवतियों को लेकर गांव आए। गांव स्थित मंदिर में शादी संपन्न हुई। रवि व राजकुमार लौट गए और वह अपनी बहुओं को लेकर घर आ गईं। रात में परिवार के साथ बहुओं ने खाना खाया। दोनों बेटों के साथ अलग-अलग कमरों में सोने चली गईं।रात में कुलदीप की जेब से मेन गेट को चाबी निकाली और जेवर समेत दोनों भाइयों की जेब से पांच हजार रुपये मोबाइल लेकर चंपत हो गईं। सुबह दुल्हनें गायब मिलीं। राजकुमार व रवि से जानकारी करनी चाही तो काल रिसीव नहीं की। पीड़िता ने बताया कि परिवार को खीर में नशा खिलाकर दोनों फरार हुई हैं।रात को की बातें, सुनाती रहीं अपना दर्द प्रदीप व कुलदीप ने बताया कि भोजन के बाद वह अपनी-अपनी दुल्हन को लेकर कमरे में चले गए। कुछ देर दोनों ने बात करते हुए कहा कि वह गोरखपुर की रहन वाली हैं, मां-बाप नहीं है। इस लिए मेरे आधार कार्ड व अन्य पहचान के कागज नहीं बन पाए।दोनों भाई मंशा को समझ नहीं पाए और लुटेरी दुल्हनों का शिकार हो गए।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button