सीओ बिधूना अशोक कुमार ने बताया कि हादसे के बाद कार चालक तेजी से इटावा की ओर भागा। एक्सप्रेसवे टीम से लेकर पुलिस की समय रहती चौकसी से सभी नाकों पर पुलिस लगा दी गई। इटावा जनपद के बसरेहर थाना पुलिस ने एक्सप्रेसवे से उतरती कार को रोकते हुए चालक व कार को पकड़ लिया।
औरैया जिले में आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे पर हुए हादसे में कार ने एक साथ कई जिंदगियों को रौंदने का प्रयास किया। इससे रमन के परिवार की खुशियों में मातम का माहौल छा गया। रमन की भतीजी की सोमवार को फतेहाबाद में शादी थी, जिससे परिवार में सब खुशी मना रहे थे।
रविवार सुबह साढ़े 11 बजे निकले परिवार के तीन सदस्यों की मौत ने सभी को झकझोर दिया। आलम यह रहा कि सभी के परिजन दौड़ते भागते घटनास्थल पहुंचे। मौत के मंजर का शोर इस कदर छाया कि लोग अपनों को बस देखना चाह रहे थे। कार की टक्कर से नगला पहाड़ी निवासी रमन, उसकी बेटी गुनगुन व भतीजी आराध्या की जान चली गई।
रमन की पत्नी कल्पना हादसे के बाद बेसुध हो गईं। रमन का तीन साल का बेटा यश, जिसे यह मालूम ही नहीं था कि हुआ क्या है। वह भी रोता नजर आया। रोते हुए कल्पना ने मोबाइल फोन से परिजनों को बताया। रमन की बड़ी बेटी भूमिका बदहवास घटना स्थल पर पहुंची।
सड़क पर खून से लथपथ लेटी हुई थी अल्का
छोटी बहन व पिता को लहूलुहान देख लोगों ने उसे पकड़ लिया, ढांढस बधाया। इस सब के बीच अल्का सड़क पर खून से लथपथ लेटी हुई थी। उसे पता चल गया था कि उसने अपनी बेटी आराध्या को खो दिया है। बेटे सूरज की हालत भी खराब थी। फतेहाबाद में सोमवार को होने वाली शादी के लिए पिछले कई दिनों से परिवार में तैयारी चल रही थी।
अपनों की तलाश करतीं नजर आईं आंखे
सभी एक साथ हंसी-खुशी निकले और एक पल में आई कार ने इन खुशियों को रौंद दिया। उधर सूरज की हालत में फिलहाल सुधार नहीं है। सैफई में इलाज के लिए कुछ परिजन भी रवाना हो गए। तीन मौतों के अलावा अन्य सात घायलों में घटना की जानकारी जिस किसी के परिजन को हुई। सब दौड़ते भागते घटनास्थल पर पहुंचे। अपनों के चेहरे देखने के लिए आंखे भीड़ में तलाश करतीं नजर आईं।
पति को खोने के बाद आराध्या व सूरज ही थे अल्का के जीवन का सहारा
गांव नगला पहाड़ी में रमन गांव में खेती किसानी का काम करते थे। बड़े भाई पुष्पेंद्र फतेहाबाद में रहते हैं। वहीं, ताऊ आर्मी से सेवानिवृत राजेंद्र सिंह बिधूना में रहते हैं। राजेंद्र के इकलौते बेटे सोनू की मौत तीन साल पहले मौत हो गई थी। सोनू अपने पीछे अल्का व बेटी आराध्या व बेटे सूरज को छोड़ गया था। दोनों बच्चों अल्का के जीवन का सहारा बने। हादसे में आराध्या की मौत ने सभी को झकझोर दिया।
बसरेहर पुलिस ने कार समेत पकड़ा चालक
उमैरन में आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे पर हादसा करने के बाद कार चालक तेजी से इटावा की ओर भागा। एक्सप्रेसवे टीम से लेकर पुलिस की समय रहती चौकसी से सभी नाकों पर पुलिस लगा दी गई। इटावा जनपद के बसरेहर थाना पुलिस ने एक्सप्रेसवे से उतरती कार को रोकते हुए चालक व कार को पकड़ लिया। सीओ बिधूना अशोक कुमार ने बताया कि कार को इटावा बसरेहर पुलिस ने पकड़ लिया है।
पिता-पुत्री व बालिका की मौत
आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे के पुल पर बस का इंतजार कर रहे एक परिवार के छह सदस्यों को कार ने टक्कर मार दी। भागने की कोशिश में कार चालक ने कुछ दूरी पर चार और लोगों को चपेट में ले लिया। सूचना पर पहुंची पुलिस ने घायलों को सीएचसी भिजवाया। इलाज के दौरान पिता-पुत्री समेत एक बालिका की मौत हो गई।
सात गंभीर घायलों का इलाज जारी
सात गंभीर घायलों का इलाज चल रहा है। एरवाकटरा क्षेत्र के गांव नगला पहाड़ी निवासी पुष्पेंद्र सिंह आगरा के पास फतेहाबाद में शिक्षक पद पर तैनात हैं। सोमवार को उनकी बेटी दिव्या की शादी होनी है। पुष्पेंद्र के छोटे भाई रमन सिंह (40) परिवार समेत फतेहाबाद जाने के लिए उमरैन कस्बा के पास आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे के पुल पर बस से जाने के लिए पहुंचे थे।
10 लोगों को रौंद डाला
रमन के साथ पत्नी कल्पना (38), बेटी गुनगुन (10), पारिवारिक भाभी अलका सिंह (28) पत्नी स्व. सोनू सिंह, बेटी आराध्या (8) व छह साल का बेटा सूरज थे। बस के इंतजार में खड़े थे। तभी लखनऊ की ओर से आई तेज रफ्तार कार उन्हें टक्कर मारते हुए तेजी से निकल गई। कुछ दूरी पर खड़े रमपुरा गांव निवासी प्रियल (12) पुत्र महेंद्र सिंह, आरती पत्नी अजीत, राजेश उर्फ डबलू, रवि पुत्र राजेश को भी कार ने चपेट में लिया।
शवों का पोस्टमार्टम कराया
एसडीएम निशांत तिवारी समेत थानाध्यक्ष राकेश कुमार शर्मा ने परिजनों को ढांढस बंधाया। सीओ बिधूना अशोक कुमार ने बताया कि दो बालिकाओं समेत तीन लोगों की हादसे में मौत हुई है। बालिकाओं के शव पोस्टमार्टम के लिए भेजे गए हैं। वहीं, तीसरे मृतक का इटावा में पोस्टमार्टम कराया जा रहा है।
Back to top button