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सुहागिनो ने ली विधवा पेंशन, अब होंगी वसूली

यूपी में अफसरों और कर्मचारियों की मिलीभगत से विधवा पेंशन में फर्जीवाड़ा हुआ। सुहागिनों ने विधवा पेंशन का लाभ उठाया। जांच में इसका खुलासा तो अब वसूली की प्रक्रिया शुरू हो गई है। उधर, तत्कालीन अफसरों और कर्मचारियों से भी जवाब तलब किया गया है।
बरेली में अधिकारियों और कर्मचारियों की मिलीभगत से डेढ़ वर्ष पहले रामनगर ब्लॉक के गांव गोठा खंडुआ में कई सुहागिन महिलाओं ने खुद को विधवा बताकर पेंशन हासिल कर ली थी। जांच में पुष्टि हुई तो अब 46 अपात्रों से 6.50 लाख रुपये की वसूली की प्रक्रिया शुरू की गई है। इस मामले में तीन अक्तूबर 2023 को आंवला थाने में एफआईआर भी दर्ज कराई गई थी।
तत्कालीन जिला प्रोबेशन अधिकारी, दो खंड विकास अधिकारियों व तीन ग्राम पंचायत सचिव कार्रवाई के घेरे में हैं। सीडीओ ने चार जनवरी को सभी से जवाब-तलब किया है। तीन दिन में संतोषजनक जवाब प्राप्त न होने पर प्रतिकूल प्रविष्ट दी जाएगी। आउटसोर्स पर काम कर रहे कर्मचारी की सेवाएं समाप्त होंगी। वहीं, एक अपात्र महिला ने 14 हजार रुपये का चेक सरकारी खजाने में जमा किया है। जो महिलाएं पेंशन वापस नहीं करेंगी, उनके खिलाफ कार्रवाई जारी रहेगी।
वर्ष 2022 में रामनगर ब्लॉक के गांव गोठा खंडुआ में महिलाओं ने अपात्र होने के बाद भी पेंशन हासिल की थी। दो खंड विकास अधिकारियों ने सत्यापन में अपात्रों को भी पात्र दर्शा दिया था। तीन ग्राम पंचायत सचिवों ने इसके लिए संस्तुति की थी।
दो सहायक विकास अधिकारियों ने इनकी संस्तुति को अग्रसारित किया था। इन अपात्रों की पेंशन मंजूर कराने में जिला प्रोबेशन कार्यालय में तैनात आउटसोर्सिंग कर्मी की भूमिका सामने आई थी। यह भी खुलासा हुआ कि तत्कालीन प्रोबेशन अधिकारी चपरासी से बाबू का काम लेती रहीं। इसलिए उनके विरुद्ध भी कार्रवाई की संस्तुति की गई है।
एक महिला ने चेक के जरिए वापस की रकम
जिला प्रोबेशन अधिकारी मोनिका राणा ने बताया कि एक महिला ने चेक के जरिये रुपये वापस किए हैं जो सरकारी खजाने में चला गया है। अन्य 45 महिलाओं से रुपये वापस मांगे गए हैं। अगर रुपये जमा नहीं करती हैं तो भू-राजस्व की तरह वसूली होगी।
मुख्य विकास अधिकारी जगप्रवेश ने कहा कि तत्कालीन जिला प्रोबेशन अधिकारी, दो खंड विकास अधिकारियों, तीन ग्राम पंचायत अधिकारियों, दो सहायक विकास अधिकारियों और एक आउटसोर्स कर्मी को नोटिस देकर जवाब मांगा गया है। तीन दिन में जवाब नहीं आया तो कार्रवाई कर दी जाएगी।
तीन आरोपी हैं फरार
मामले में तीन अक्तूबर 2023 को जिला प्रोबेशन अधिकारी मोनिका राणा ने ग्राम प्रधान के पति विवेक शर्मा, पंचायत सहायक के पति राहुल कुमार शर्मा, गांव के ही गंगा दयाल व कस्बा आंवला के मोहल्ला लठैता निवासी आसिफ के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई थी। रिपोर्ट दर्ज होने के बाद राहुल कुमार को पुलिस ने जेल भेज दिया, जबकि अन्य तीन आरोपी अभी फरार है। क्राइम ब्रांच प्रकरण से जुड़े रिकॉर्ड खंगाल रही है।

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