प्रदेश सरकार के कैबिनेट मंत्री ओमप्रकाश राजभर ने जातीय जनगणना को लेकर भी विपक्षियों पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि इंडी गठबंधन सिर्फ बयानबाजियों तक सीमित रहा गया है। गरीब और पिछड़ी जनता का वह कोई उपकार नहीं करने वाली।
अब जनता को जन सेवा केंद्रों पर जाने की जरूरत नहीं है। पंचायत भवन, बारात घर बनाने जा रहे हैं। जो गरीब कमजोर लोग मृत्यु प्रमाण पत्र के लिए दौड़ते थे। ऐसे में आधार कार्ड, पेंशन, परिवार रजिस्टर की नकल वहीं मिलेगी।
उक्त बातें सुभासपा प्रमुख व उप्र सरकार के कैबिनेट मंत्री ओमप्रकाश राजभर ने शुक्रवार को लालगंज विधानसभा क्षेत्र के ठेकमा स्थित फूला देवी मंगरू सिंह पब्लिक इंटर कॉलेज में कार्यकर्ता बैठक के दौरान कही।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस, सपा, बसपा की सरकारों ने सिर्फ देश-प्रदेश पर राज किया। जनता के लिए कुछ नहीं किया। पूर्व में रही सरकारों में जब गरीब बीमार होता था, तो इलाज के खर्च के लिए उसे खेत तक बेचने को मजबूर होना पड़ता था। अथवा कर्ज लेकर अस्पताल का बिल चुकाता था। जबकि आज पीएम मोदी के नेतृत्व में मुफ्त इलाज हो रहा है।”
जातीय जनगणना की मांग कर रहा हूं…
आजादी के बाद कांग्रेस ने गरीबी मिटाने का नारा दिया, लेकिन उन्होंने गरीबी की एक रेखा खींच दी और कहा कि आप इस रेखा के नीचे रहकर आवास, शौचालय, पेंशन, राशन की बात करना, लेकिन शिक्षा, नौकरी एवं गरीबी की रेखा से ऊपर आने की बात मत करना।
कांग्रेस ने 60 वर्ष तक राज किया और लगभग 20 वर्ष तक बसपा एवं सपा ने गरीबी मिटाने के नाम पर वोट लिया, लेकिन सत्ता में रहते हुए इन लोगों ने कुछ नहीं किया। इन्होंने केवल अपना भला किया। कैबिनेट मंत्री ने कहा कि आज सभी विपक्षी पार्टियां जातीय जनगणना की मांग कर रही हैं, लेकिन अपने कार्यकाल के दौरान किसी ने भी न तो जातिगत जनगणना की मांग की और न ही किसी ने जातिगत जनगणना करने पर ध्यान दिया।
कैबिनेट मंत्री ओमप्रकाश राजभर ने आरोप लगाया है कि अखिलेश यादव को सिर्फ यादव बिरादरी की चिंता सता रही है। उन्हें डर है कि यूपी से कोई मोहन यादव न बन जाए। अखिलेश यादव बिरादरीवाद को बढ़ावा दे रहे हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि मुसलमान, जाट, राजभर, बिंद, केवट, राजपूत, ब्राम्हण, भूमिहार मरता है तो अखिलेश यादव कुछ नहीं बोलते हैं।
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