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सीएम ने कानून व्यवस्था की बैठक कर अधिकारियों को दी हिदायत

किसी भी स्तर पर लापरवाही बर्दाश्त नहीं'

सीएम योगी ने कहा कि किसी भी स्तर पर लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। शास्त्री घाट पर बने सभी गुंबदों को फिर से खोलकर उनका पुनर्निर्माण करें। घाटों पर लगने वाले पत्थरों की गुणवत्ता जांच लें। मुख्यमंत्री ने कार्यदायी संस्था यूपीपीसीएल के सभी कार्यों की जांच कराकर गुणवत्ता सुनिश्चित करने को कहा।

दो दिवसीय काशी दौरे पर आए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बलुआ घाट की बारादरी की छत गिरने की घटना को गंभीरता से लिया। उन्होंने पर्यटन विभाग, कार्यदायी संस्था, कॉन्ट्रैक्टर और संबंधित नोडल अधिकारी के खिलाफ जांच कराकर जवाबदेही तय करते हुए कार्रवाई करने का आदेश दिया। सोमवार को सर्किट हाउस में विकास, निर्माण व कानून व्यवस्था की बैठक कर अधिकारियों को हिदायत दी।

सीएम योगी ने कहा कि किसी भी स्तर पर लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। शास्त्री घाट पर बने सभी गुंबदों को फिर से खोलकर उनका पुनर्निर्माण करें। घाटों पर लगने वाले पत्थरों की गुणवत्ता जांच लें। मुख्यमंत्री ने कार्यदायी संस्था यूपीपीसीएल के सभी कार्यों की जांच कराकर गुणवत्ता सुनिश्चित करने को कहा। उन्होंने कहा कि निर्माणाधीन सभी कार्यों के पूरा होने पर ही संबंधित विभाग से हैंडओवर लें। तभी परियोजनाओं को लोकार्पित कराएं। सीएम ने कहा कि रोपवे परियोजना में अनावश्यक देरी न हो। जिलाधिकारी एस राजलिंगम ने बताया कि तीन स्टेशन का निर्माण कार्य दिसंबर तक और बचे स्टेशनों का काम मार्च 2025 तक पूरा हो जाएगा।

जिले की समस्याओं का समाधान जिले में हो

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रत्येक जिले के लिए प्रभारी मंत्रियों की नियुक्ति कर दी गई है। जनपद की समस्याओं का समाधान जनपद स्तर पर करने के लिए नवनियुक्त प्रभारी मंत्री और कोर ग्रुप की बैठक हर महीने आयोजित हो। मुख्यमंत्री ने नए शामिल क्षेत्रों में सभी बुनियादी सुविधाएं मुहैया कराने और सिटी फॉरेस्ट की परिकल्पना पर कार्य करने को कहा। सीएम ने कहा देसी पद्धति पर ड्रेनेज का मॉडल विकसित करें। सभी फ्लाईओवर के नीचे सुंदरीकरण का कार्य कराएं। भवनों के बेसमेंट में पार्किंग सुनिश्चित हो।

बाढ़ का स्थायी समाधान करें

मुख्यमंत्री ने कहा कि बाढ़ का स्थायी समाधान करें। वरुणा रिवर फ्रंट को मॉडल के रूप में विकसित करें। इसमें कोई सीवर व दूषित पानी न गिरे। बाढ़ के दौरान गंगा का पलट प्रवाह वरुणा नदी में न हो। वरुणा में हमेशा पानी की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए नदी के प्रवेश स्थल से लेकर जगह-जगह चेक डैम बनाने को कहा। नदी के दोनों तरफ सघन पौधरोपण करने को भी कहा। कहा कि असि और वरुणा नदी वाराणसी की प्राचीनतम पहचान है। इनके अस्तित्व को बचाने का कार्य करना है।

प्रत्येक विकास कार्य की मानीटरिंग के लिए नामित करें नोडल अधिकारी

सीएम ने कहा प्रत्येक विकास कार्य की मॉनिटरिंग के लिए एक नोडल अधिकारी नामित करें। हर घर नल योजना के सभी कार्यों को शत प्रतिशत पूरा कराए। आईजीआरएस, सीएम हेल्पलाइन से प्राप्त शिकायतों का गुणवत्तापूर्ण और समय से निस्तारण करें। कहा कि इसके हीलाहवाली पर कार्रवाई की जाएगी।

ओवरलोडेट ट्रकों, वाहनों को जीरो प्वाइंट पर रोकें

सीएम योगी ने कहा कि ओवरलोडेड ट्रकों और वाहनों को जीरो प्वाइंट पर ही रोकें। उन पर कार्रवाई करें। टूरिस्ट पुलिसिंग को प्रभावी बनाएं। सुरक्षा के मद्देनजर फुट पेट्रोलिंग बढ़ाएं। होटलों, दुकानों, प्रतिष्ठानों आदि में लगे अग्निशमन यंत्रों को अपडेट रखने की व्यवस्था कराएं। नाविकों, स्ट्रीट वेंडरों, व्यापारियों आदि समूहों के साथ नियमित बैठक व संवाद सुनिश्चित करें।

डीएम ने मुख्यमंत्री को प्रोजेक्टर से दी परियोजनाओं की जानकारी

बैठक में डीएम ने मुख्यमंत्री के समक्ष शहर में शिक्षा, स्वास्थ्य तथा लोक निर्माण आदि विभागों की विभिन्न निर्माणाधीन परियोजनाओं की जानकारी प्रोजेक्टर से दी। मुख्यमंत्री को पुलिस आयुक्त मोहित अग्रवाल ने कानून व्यवस्था की जानकारी दी।

बैठक में ये रहे शामिल

मुख्यमंत्री की बैठक में कैबिनेट मंत्री अनिल राजभर, राज्यमंत्री रविंद्र जायसवाल, राज्यमंत्री डॉ. दयाशंकर मिश्र, जिला पंचायत अध्यक्ष पूनम मौर्या, एमएलसी हंसराज विश्वकर्मा, विधायक डॉ. नीलकंठ तिवारी, सौरभ श्रीवास्तव, डॉ. अवधेश सिंह, टी राम, कमिश्नर कौशल राज शर्मा, एडीजी जोन पीयूष मोर्डिया समेत कई अधिकारी मौजूद रहे।

देर रात निरीक्षण पर निकले मुख्यमंत्री ने अभियंताओं को दी हिदायत

देर रात कचहरी-आशापुर संदहा मार्ग के चौड़ीकरण, सारनाथ प्रो-पूअर तथा सारंग नाथ महादेव मंदिर के पुनर्विकास परियोजना के प्रगति का निरीक्षण किया। इस दौरान कार्यदायी संस्थाओं और अभियंताओं को मानक के अनुरूप समय से काम पूरा कराने की हिदायत दी। कहा कि निर्माण कार्यों में गुणवत्ता के साथ ही सुरक्षा मानकों का पूरा ध्यान रखा जाए। इसमें किसी भी स्तर पर ढिलाई बर्दाश्त नहीं की जाएगी।

सारंगनाथ मंदिर में दर्शन पूजन, बाढ़ राहत शिविर में बच्चों को दीं टॉफियां

मुख्यमंत्री ने सारंग नाथ महादेव मंदिर में दर्शन-पूजन भी किया। वहां से लौटने के बाद मुख्यमंत्री ने जेपी मेहता इंटर कॉलेज में बने शिविर में बाढ़ पीड़ितों से मुलाकात की। राहत शिविर में रहने वालों से हालचाल पूछा।

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