कोरोना मरीजों की बढ़ती संख्या के बीच स्वास्थ्य विभाग ने अस्पतालों में अपने संसाधनों की पड़ताल शुरू कर दी है। विशेषकर विषम परिस्थिति में अस्पताल प्रशासन उससे निबटने में सक्षम है या नहीं, इसकी जांच की जाएगी। आगामी 10-11 अप्रैल को होने वाले राष्ट्रव्यापी मॉकड्रिल के पहले विभाग ने सभी स्वास्थ्य संस्थानों में अपने स्तर से संसाधनों की पड़ताल करने को कहा है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने राज्य के स्वास्थ्य मंत्रियों और अतिरिक्त मुख्य सचिवों के साथ ऑनलाइन बैठक में कोरोना के बढ़ते मामलों को हल्के में नहीं लेने की सलाह दी। उन्होंने राज्यों से10-11 अप्रैल को सभी अस्पतालों के बुनियादी ढांचे के संबंध में मॉक ड्रिल करने के निर्देश दिए। साथ ही आठ तथा नौ अप्रैल को जिला प्रशासन एवं स्वास्थ्य अधिकारियों के साथ स्वास्थ्य तैयारियों की समीक्षा करने का भी आग्रह किया।
ऑक्सीजन पर जोर
स्वास्थ्य विभाग ने अनुसार, संसाधनों की पड़ताल में ऑक्सीजन आपूर्ति पर विशेष जोर दिया जा रहा है। कोरोना की दूसरी लहर साल 2021 में देश-प्रदेश में सबसे अधिक किल्लत ऑक्सीजन की हुई थी। इसलिए विभाग ने कहा है कि ऑक्सीजन आपूर्ति व्यवस्था की पड़ताल कर ली जाए। राज्य में 139 ऑक्सीजन जेनरेशन प्लांट और 17 हजार 652 ऑक्सीजन कंसेंट्रेटर स्थापित है। 38 हजार 259 बी टाइप ऑक्सीजन सिलिंडर तो 14616 डी टाइप ऑक्सीजन सिलेंडर विभिन्न स्वास्थ्य संस्थानों को आपूर्ति की गई है। राज्य के नौ मेडिकल कॉलेजों में 10 लिक्विड मेडिकल ऑक्सीजन टैंक स्थापित हैं। दो आईजीआईएमएस और दो एम्स में एलएमओ टैंक स्थापित किया गया है। राज्य में 488 मिट्रिक टन क्षमता वृद्धि हो गई है। आठ जिलों में मिले कोरोना के 20 मरीज, पटना में 9
कोरोना मरीजों की संख्या बढ़ने के साथ ही इसका विस्तार भी होने लगा है। शुक्रवार को पटना सहित आठ जिले में 20 मरीज मिले। इसमें केवल पटना से नौ मरीज मिले हैं। इसके साथ ही पटना में कोरोना के सक्रिय मरीजों की संख्या बढ़कर 53 हो गई है। जबकि राज्य में कोरोना के सक्रिय मरीजों की संख्या 76 हो गई। स्वास्थ्य विभाग के अनुसार पटना से नौ के अलावा गया से चार, रोहतास से दो व औरंगाबाद, पूर्वी चंपारण, बेगूसराय, सहरसा व सीवान से एक-एक मरीज मिले हैं। राज्य में कोरोना से ठीक हुए मरीजों का रिकवरी दर 98 फीसदी से अधिक है। शुक्रवार को पटना में हुए कुल 4984 लोगों की जांच में 9 संक्रमित पाए गए। इनमें पटना के आठ मरीज थे। पटना में कोरोना संक्रमण दर 0.21 प्रतिशत है। सिविल सर्जन कार्यालय के अनुसार संक्रमित पीसी कॉलोनी, अनिसाबाद, दीदारगंज, गर्दनीबाग समेत अन्य मोहल्लों के हैं। वहीं एक दुल्हिन बाजार का निवासी है। पटना के सिविल सर्जन डॉ. केके राय ने बताया कि पटना में अभी तक कुल 51 मरीज संक्रमित हैं। किसी मरीज को अस्पताल में भर्ती नहीं कराया गया है। सिविल सर्जन ने कहा कि उन्हें पटना में टेस्टिंग बढ़ाने के निर्देश मिले हैं। 84 लोगों की जेनरेशन प्लांट में हुई बहाली इन प्लांटों को चलाने के लिए आईटीआई उतीर्ण 84 लोगों की जेनरेशन प्लांट में बहाली की गई है, जबकि जिला स्तर पर 96 और इससे निचले स्तर पर 1617 कर्मियों को ऑक्सीजन आपूर्ति के काम के लायक प्रशिक्षित किया गया है। ऑक्सीजन आपूर्ति व्यवस्था चालू है या नहीं, इसे सरकार के पोर्टल पर अपलोड भी कर रखना है। चूंकि 10-11 अप्रैल को मॉकड्रिल में ऑक्सीजन आपूर्ति व्यवस्था की ऑनलाइन निगरानी की जाएगी। इसलिए विभाग ने चिकित्सा संस्थानों के अधिकारियों को कहा है कि वे अपने स्तर से इसकी जांच कर लें ताकि मॉकड्रिल के दिन कोई परेशानी नहीं हो। अगर कहीं कोई कमी है तो उसे अविलंब दुरुस्त करने को कहा गया है। इसके अलावा कोरोना से संबंधित दवाओं की उपलब्धता, डेडिकेटेड बेड, डॉक्टरों की रोस्टरवार ड्यूटी का काम भी करना है।
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