निर्माण निगम में प्रतिनियुक्ति पर तैनात जेई गोपाल सिंह कुशवाहा ने विभागीय अधिकारियों, ठेकेदार की मिलीभगत से केवल 1.17 करोड़ रुपये का कार्य कराया और 6.99 करोड़ रुपये हड़प लिए।
यूपी पुलिस के आर्थिक अपराध अनुसंधान संगठन (ईओडब्ल्यू) की वाराणसी सेक्टर की टीम ने सात करोड़ रुपये का गबन करने वाले लोक निर्माण विभाग के जूनियर इंजीनियर गोपाल सिंह कुशवाहा को बीती रात कानपुर से गिरफ्तार कर लिया। उसे वाराणसी की एंटी करप्शन कोर्ट में पेश किया गया है। ईओडब्ल्यू इस मामले के अन्य आरोपियों को तलाश रहा है।
स्पेशल डीजी कानून-व्यवस्था एवं ईओडब्ल्यू प्रशांत कुमार ने बताया कि वर्ष 2013 में गाजीपुर के ब्लाक भदौरा में स्थित परेमन शाह का तालाब, सेवराई चीर पोखरा, मां कामख्या धाम गहमर, देवकली स्थल एवं देवल के कीनाराम स्थल के पर्यटन विकास एवं सौंदर्यीकरण के लिए शासन ने 8.17 करोड़ रुपये की धनराशि जारी की थी। यह कार्य उप्र राजकीय निर्माण निगम को कराना था।
निर्माण निगम में प्रतिनियुक्ति पर तैनात जेई गोपाल सिंह कुशवाहा ने विभागीय अधिकारियों, ठेकेदार की मिलीभगत से केवल 1.17 करोड़ रुपये का कार्य कराया और 6.99 करोड़ रुपये हड़प लिए। मानक के अनुरूप कार्य न होने और शासकीय धन की बंदरबांट होने पर विंध्याचल मंडल, वाराणसी के संयुक्त पर्यटन निदेशक अविनाश चंद्र मिश्रा ने वर्ष 2017 में कार्यदायी संस्था राजकीय निर्माण निगम के अधिकारियों एवं कर्मचारियों और ठेकेदारों के खिलाफ गाजीपुर के थाना गहमर में मुकदमा दर्ज कराया था।
बाद में शासन ने इस प्रकरण की जांच ईओडब्ल्यू के सुपुर्द कर दी थी। जांच में निर्माण निगम के अधिकारियों, कर्मचारियों और ठेकेदारों को सरकारी धन के गबन का दोषी पाया गया था। तत्पश्चात आरोपियों की गिरफ्तारी के प्रयास किए जा रहे थे। शनिवार रात ईओडब्ल्यू की टीम ने वर्तमान में पीडब्ल्यूडी में कार्यरत जेई गोपाल सिंह कुशवाहा को गिरफ्तार कर लिया।
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