संवादाता- सचिन राव
आजमगढ़: जनपद में संचालित एक प्राईवेट अस्पताल में घोर चिकित्सा लापरवाही का मामला सामने आया है. अस्पताल के एक वरिष्ठ चिकित्सक सर्जन ने मरीज के पेशाब की नली में दिक्कत होने पर बिना किसी जाँच के पेट का ऑपरेशन कर दिया जिससे मरीज के पेट में सड़न होने लगी. मरीज की स्थिति बिगड़ते देख आनन-फानन में चिकित्सक महोदय नें मरीज़ को अस्पताल से भगा दिया. पूरा मामला आजमगढ़ के कप्तानगंज थाना क्षेत्र के रहने वाली रेखा नें फर्जी संचालित अस्पताल के ऊपर कठोर कार्यवाही करने के लिए पुलिस अधीक्षक से न्याय की गुहार लगाई है. पीड़िता रेखा का आरोप है कि बीते दिनों मेरे पति को पेशाब की नली में समस्या होने पर ईलाज के लिए शिवम चिकित्सालय मल्टी स्पेशियलिटी हॉस्पिटल एवं ट्रामा सेंटर में भर्ती कराया था. अस्पताल के वरिष्ठ चिकित्सक सर्जन गिरिजेश यादव ने बिना किसी जांच के पेट का ऑपरेशन कर दिया और कुछ समय बाद मरीज के पेट में सड़न पैदा होने लगी. आनन फानन में चिकित्सक नें मरीज को अस्पताल से भगा दिया. मरीज़ के परिजन ने बताया की ईलाज के नाम पर पचास हजार रुपये भी जमा करवा लिया गया रुपये ना होने पर खेत गिरवी रख कर ईलाज करवाया गया. मरीज की हालत बिगड़ती देख अस्पताल से भगा दिया गया. जहाँ परिजनों नें मरीज को शहर स्थित एक अस्पताल में भर्ती करा कर उपचार कराया गया. मामले की शिकायत संबंधित थाने पर देने के बाद अस्पताल के चिकित्सक मरीज के घर पर आकर शिकायती पत्र वापस लेने लेने के लिए जान से मारने की धमकी देते हैं. जान का खतरा देखते हुए पीड़िता अपने पति के साथ गांव छोड़ शहर स्थित किराये के मकान में रहने को मजबूर है. जिसको देखते हुए आज पुलिस अधीक्षक कार्यालय पहुंचकर मामले की जांच कर संबंधित अस्पताल के खिलाफ कठोर कार्यवाही कर न्याय की गुहार लगाई है।
Back to top button