अलीगढ़। जिले की पुलिस ने एक हैरतगंज मामले का खुलासा किया है। गोंडा थाना क्षेत्र के ढांटौली की युवती को हाथरस जिले के नगला चौखा से जिंदा बरामद किया गया है। युवती की शादी हो चुकी है। उसके पास दो बच्चे है। वर्तमान में वह अपना नाम बदलकर रह रही थी। चौंकाने वाली बात ये है कि जिस युवती को सात साल बाद पुलिस ने बरामद किया है उसकी हत्या में एक युवक जेल में सजा काट रहा है। उसने एक महीने पहले ही सरेंडर किया है। लड़की के माता-पिता ने भी अपनी बेटी को पहचान लिया है। जबकि पुलिस के अनुसार थाना गोंडा के मुकदमा अपराध संख्या 31/2015 धारा 363/366/302/201 व 5 पाक्सो एक्ट विष्णु पुत्र छत्रपाल निवासी ढाटौली गोंडा पर दर्ज हुआ था। पिछले दिनों विष्णु की मां सुनीता ने एसएसपी कलानिधि नैथानी के सामने पेश होकर बताया कि उक्त अभियोग की पीड़िता प्रवेश पुत्री देवेंद्र निवासी ढाटौली थाना गोंडा जिला अलीगढ़ की मौत नहीं हुई है बल्कि वह एक युवक के साथ शादी कर उसके गांव में रह रही है। जबकि उसकी अपहरण-हत्या में उनका बेटा विष्णु जेल में बंद है। एसएसपी ने जांच कराई तो सामने आया कि पीड़िता प्रवेश ने अपना नाम बदलकर पूजा रख लिया और राजकुमार पुत्र श्याम सुंदर निवासी नगला चौखा थाना हाथरस के साथ शादी करके रह रही है। उसे पुलिस ने अपनी निगरानी में ले लिया। वही थाना प्रभारी उमेश चंद शर्मा के मुताबिक, इस मुकदर्म में विष्णु की करीब तीन वर्ष पूर्व कोर्ट से जमानत हो चुकी थी। किन्तु वह विचारण के दौरान तारीख पर कोर्ट में हाजिर नहीं हुआ। इस पर उसके खिलाफ सम्मन जारी हुए। इसके बाद भी कोर्ट में हाजिर न होने पर 82 सीआरपीसी के तहत कुर्की की कार्यवाही की गई थी। एक माह पहले आरोपी ने सरेंडर किया था। अभी वह जेल में बंद है। पूजा के माता-पिता द्वारा पहचान किए जाने के बाद उसे कोर्ट मेे पेश किया गया। वहां उसके कलमबद्ध बयान हुए। इस संबंध में एसएसपी कलानिधि नैथानी का कहना है कि ऐसे प्रकरण में वैज्ञानिक तथ्यों के साथ डीएनए मिलान की जरूरत होती है, परिणाम अनुसार कार्रवाई की जाएगी।
Back to top button