पीलीभीत:आपने भूतों की कहानियां तो जरूर पढ़ी और सुनी होंगी बहुत से लोगों ने फिल्मों मे भी भूतों को देखा होगा मगर हम आज आपको एक असली भूत का लिखे हुए लेटर के बारे में बताते हैं जिसमें भूत ने अपनी पूरी स्टोरी को बयां किया है यह 4 पेज का लेटर अब वायरल हो रहा है जिसको लेकर तरह-तरह की चर्चाएं बनी हुई है
वी/ओ:-पीलीभीत के दियोरिया कलां थाना क्षेत्र में पड़ने वाले गांव रम्भोजा में 11 वर्षीय निहाल और 15 वर्षीय शालनी की लाशें मिली इसके साथ ही इन दोनों के पिता 45 वर्षीय बालक राम की भी घर में फांसी के फंदे से लटकटती हुई लाश मिली इसको लेकर पूरा पुलिस महकमा मौके पर पहुंच गया खुद जिले के एसपी दिनेश कुमार पी मौके पर पहुंचे और जांच करना अपने तरीके से शुरू की गांव वालों से मालूम हुआ कि कुछ भूत प्रेत का मामला सामने आया पुलिस ने तीनों लाशों को पंचनामा कर पोस्टमार्टम को भेज दिया।
इसके बाद शुरू हुआ छानबीन और जांच का काम तो मालूम हुआ कि मृतक बालक राम के भाई के पास एक 4 पेज का लेटर है जिसको बताया जा रहा है कि यह खुद भूत ने लिखा जिसमें शुरू से आखिर तक का पूरा मामला है पहले पेज के ऊपर लिखा है आत्मा का सत्य वचन
इसके बाद पहली लाइन लिखी है कि मैं जो आज बालकराम से लिखवा रही हूं वह सत्य है और जो यह लिख रहे हैं इनको इसका कोई ध्यान नहीं है बालक राम का दिमाग मैं खुद चला रही हूं चिट्ठी की लेखनी से लगता है कि कोई महिला के द्वारा यह लिखी जा रही है जिसमें महिला अपने बेटे अवधेश का भी जिक्र करती है वह अपने पति लालाराम कभी जिक्र करती है आगे चिट्ठी में कहा गया है कि उसका पति लालाराम उसे गालियां देता था तो उसने लालाराम के घर में 2 लोगों को मार दिया मेरी शालिनी यानी कि मृतक बालक राम की 15 वर्षीय बेटी से दुश्मनी सिर्फ इसलिए थी कि मैं उसकी मां से बात कर रही थी और यह जबरदस्ती अपनी मां को बुला कर घर लेकर चली गई यह बात मुझे बहुत बुरी लगी इसलिए मैंने शालिनी को मारने की कोशिश की चार पन्ने की
इस चिट्ठी में संत रामपाल का भी जिक्र है चिट्ठी के आखिरी में लिखा है कि हमने अपना बदला ले लिया कोई अब हमारा कुछ नहीं कर सकता मैं इस घर में अभी भी बनी रहूंगी हमारे खिलाफ कोई भी सबूत ढूंढने की कोशिश ना करें क्योंकि कहीं पर भी कोई सुबूत नहीं मिलेगा मैं एक मृतक आत्मा हूं
4 पन्नों की चिट्ठी अब वायरल हो रही है जिस को बताया जा रहा है कि यह चिट्ठी खुद मृतक आत्मा में लिखी थी जिसमें कई लोगों के मरने और मारने का जिक्र है
अब देखने वाली बात यह होगी कि पुलिस अपनी जांच किस और घुमाती है क्योंकि मृतक आत्माओं को कोई पकड़ नहीं सकता ना ही उनको कोई सजा दिला सकता है
पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मृतक निहाल और शालिनी की मौत गला घुटने से हुई जबकि इन दोनों के पिता बालक राम की मौत हैंगिंग यानि की फांसी के फंदे से हुई है फिलहाल कुछ भी हो गांव में दहशत व आत्माओं का माहौल है लोग खौफ ज्यादा माहौल में जीने को मजबूर हैं किसी को भूत सता रहा है तो कोई भूत को भगाने की कवायद में जुट गया है।
Back to top button