आजमगढ़उत्तर प्रदेशखेलटेक्नोलॉजीदेशमनोरंजनराजनीतिविदेशस्वास्थ

किशोरी से करवाया जा रहा था देह व्यापार, एनजीओ की शिकायत पर पुलिस ने मारा छापा

आगरा। आगरा के ताजगंज के नाहरगंज में 17 साल की लड़की से देह व्यापार कराया जा रहा था। एनजीओ की सूचना पर पुलिस ने घर पर छापा मारा। किशोरी को मुक्त करा लिया गया। एक महिला भी मिली जो अपने आप को किशोरी की मौसी बता रही थी। उसने किशोरी को बालिग बताया। पुलिस ने रात में ही स्कूल खुलवाकर कागजात देखे, इसमें वो नाबालिग निकली। मामले में अनैतिक देह व्यापार अधिनियम और पॉक्सो एक्ट में मुकदमा दर्ज कर कथित मौसी को गिरफ्तार किया गया है। किशोरी के परिवार की पहचान के लिए उसकी डीएनए जांच कराई जाएगी। सदर सर्किल की सहायक पुलिस आयुक्त (एसीपी) अर्चना सिंह ने बताया कि एक एनजीओ ने पुलिस को सूचना दी थी कि नाहरगंज स्थित एक घर में नाबालिग को बंधक बनाकर देह व्यापार कराया जा रहा है। इस पर शनिवार को पुलिस टीम ने घर पर छापा मारा। एक किशोरी और महिला मिले। घर में आपत्तिजनक सामग्री मिली। महिला किशोरी को अपनी बेटी बता रही थी, जबकि किशोरी भी महिला को मां कह रही थी। मगर, महिला और किशोरी कोई दस्तावेज नहीं दिखा सके। बाद में महिला ने किशोरी को अपनी बहन की बेटी कहा। बताया कि वह 19 साल की है। आधार कार्ड भी दिया। पिता की मौत की वजह से उनके साथ ही कई साल से रह रही है। बहन बाहर रहती है। कभी-कभार आती है।
एसीपी का कहना है कि घर में आपत्तिजनक सामग्री बरामद होने से देह व्यापार की पुष्टि हुई। किशोरी कहां की रहने वाली है, इसकी जानकारी जुटाई जा रही है। फिलहाल एनजीओ की ओर से अनैतिक देह व्यापार निवारण अधिनियम और पाक्सो एक्ट में मुकदमा दर्ज किया है। आरोपी महिला को कोर्ट में पेश किया था, जहां से उसे जेल भेज दिया गया है। किशोरी का डीएनए परीक्षण कराया जाएगा। अगर, वह महिला के परिवार की नहीं निकली। उसे कहीं से लाया गया होगा तो मुकदमे में धारा की वृद्धि की जाएगी।
पुलिस ने किशोरी से भी पूछताछ की। वह भी महिला की हर बात पर हां कर रही थी। महिला को कभी मां बताती तो कभी मौसी कहती थी। खुद के बालिग होने के बारे में भी कहा। मगर, देखने में वह कम उम्र की लग रही थी। इस पर पुलिस ने उसकी पढ़ाई की जानकारी ली। उसने बताया कि वह पांचवीं कक्षा तक पढ़ी है। इस पर पुलिस ने स्कूल की जानकारी लेकर प्रबंधक से दस्तावेज दिखवाए। स्कूल प्रबंधक ने रात में ही रिकॉर्ड चेक किया। इसमें वो 17 साल की निकली। इस पर उसे वन स्टाप सेंटर में आश्रय दिया गया। एसीपी सदर का कहना है कि किशोरी की काउंसिलिंग की जाएगी। उसका मेडिकल भी कराया जाएगा। अभी वह सही जवाब नहीं दे पा रही है। इसकी कोई वजह हो सकती है। उसे बाल कल्याण समिति के समक्ष पेश किया जाएगा।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button